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पुणे: बेंगलुरु में ओवरकास्ट कंडीशन थी। पिच में तेज गेंदबाजों को मदद मिल रही थी। गेंद दोनों तरफ स्विंग हो रही थी। भारतीय बल्लेबाज कुछ समझ ही नहीं पाए। न्यूजीलैंड के खिलाफ पारी सिर्फ 46 रनों पर सिमट गई। सभी 10 विकेट तेज गेंदबाज को मिले। यह एशिया में किसी भी टीम का सबसे छोटा स्कोर है। दूसरा टेस्ट शुरू होने से पहले सभी को पता था कि पिच में स्पिन को मदद मिलने वाली है। लगा कि यहां भारतीय टीम न्यूजीलैंड को घुटनों पर ला देगी। पहली पारी में कीवी टीम ने 259 रन बना दिए। भारत की बारी आई तो यहां स्पिन के खिलाफ बल्लेबाज जूझने लगे। जैसे पेस के खिलाफ रन नहीं बन रहे थे वैसे ही स्पिन के खिलाफ भी बल्लेबाज जूझने लगे। 156 रनों पर पूरी पारी सिमट गई।
टर्न नहीं समझ पा रहे भारतीय बल्लेबाज
पुणे की पिच की टर्न भारतीय बल्लेबाज समझ ही नहीं पा रहे हैं। गिरने के बाद कौन सी गेंद अंदर आएगी और कौन सी बाहर जाएगी, ये बल्लेबाजों को पता ही नहीं है। दूसरे दिन पहले ही ओवर में मिचेल सेंटनर की गेंद गिरने के बाद बाहर निकली। वह शुभमन गिल के बल्ले का बाहरी किनारा छका गई। इसके बाद एक गेंद गिरने के बाद अंदर आई और पैड पर जाकर लगी। जोरदार अपील हुई लेकिन गिल को अंपायर ने आउट नहीं दिया। पूरी पारी के दौरान कई बल्लेबाजों के साथ ऐसा हुआ।
बांग्लादेश के पेसर्स ने किया था परेशान
भारत और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच चेन्नई में खेला गया था। मैच की पहली पारी के दौरान पेस बॉलर्स के लिए पिच में मदद थी। नतीजा ये रहा कि भारत का टॉप ऑर्डर पूरी तरह बिखर गया। 34 पर तीन और फिर 144 रन 6 विकेट हो गए। पर भला हो अश्विन और जडेजा की जोड़ी का, जो क्रीज पर टिक गए और भारतीय टीम बड़ा स्कोर बनाकर मैच जीतने में सफल रही।
श्रीलंका में स्पिनर्स को नहीं खेल पाए
भारतीय बल्लेबाज स्पिन के खिलाफ हमेशा से अच्छे माने जाते हैं। घरेलू क्रिकेट में पिच स्पिन को ही मदद करती हैं। इसके बाद भी स्पिन के खिलाफ जूझना थोड़ा चौंकाने वाला है। इसी साल अगस्त में भारत ने श्रीलंका का दौरा किया था। वनडे सीरीज में श्रीलंका की स्पिन गेंदबाजी के सामने भारत का कोई बल्लेबाज नहीं चला। भारत को दो दशक से लंबे समय के बाद श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में हार झेलनी पड़ी।
टर्न नहीं समझ पा रहे भारतीय बल्लेबाज
पुणे की पिच की टर्न भारतीय बल्लेबाज समझ ही नहीं पा रहे हैं। गिरने के बाद कौन सी गेंद अंदर आएगी और कौन सी बाहर जाएगी, ये बल्लेबाजों को पता ही नहीं है। दूसरे दिन पहले ही ओवर में मिचेल सेंटनर की गेंद गिरने के बाद बाहर निकली। वह शुभमन गिल के बल्ले का बाहरी किनारा छका गई। इसके बाद एक गेंद गिरने के बाद अंदर आई और पैड पर जाकर लगी। जोरदार अपील हुई लेकिन गिल को अंपायर ने आउट नहीं दिया। पूरी पारी के दौरान कई बल्लेबाजों के साथ ऐसा हुआ।बांग्लादेश के पेसर्स ने किया था परेशान
भारत और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच चेन्नई में खेला गया था। मैच की पहली पारी के दौरान पेस बॉलर्स के लिए पिच में मदद थी। नतीजा ये रहा कि भारत का टॉप ऑर्डर पूरी तरह बिखर गया। 34 पर तीन और फिर 144 रन 6 विकेट हो गए। पर भला हो अश्विन और जडेजा की जोड़ी का, जो क्रीज पर टिक गए और भारतीय टीम बड़ा स्कोर बनाकर मैच जीतने में सफल रही।श्रीलंका में स्पिनर्स को नहीं खेल पाए
भारतीय बल्लेबाज स्पिन के खिलाफ हमेशा से अच्छे माने जाते हैं। घरेलू क्रिकेट में पिच स्पिन को ही मदद करती हैं। इसके बाद भी स्पिन के खिलाफ जूझना थोड़ा चौंकाने वाला है। इसी साल अगस्त में भारत ने श्रीलंका का दौरा किया था। वनडे सीरीज में श्रीलंका की स्पिन गेंदबाजी के सामने भारत का कोई बल्लेबाज नहीं चला। भारत को दो दशक से लंबे समय के बाद श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में हार झेलनी पड़ी।नया नवेला स्पिनर नींद उड़ा जाता है
पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के टॉड मर्फी ने डेब्यू टेस्ट में भारत में आकर पहली पारी में 7 विकेट लिए थे। मैथ्यू कुह्नमैन के सामने भी भारतीय बल्लेबाज नाच रहे थे। इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के शोएब बशीर और टॉम हार्टले ने भारत को खूब परेशान किया था। अब श्रीलंका में मुंह की खाने वाली कीवी टीम भारत को घर में आकर आंख दिखा रही है। पार्ट टाइमर ग्लेन फिलिप्स बड़े-बड़े विकेट चटका दे रहे हैं।
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